डायबिटीज पर यूं असर करता है अमरूद

डायबिटीज पर यूं असर करता है अमरूद

रोहित पाल

डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो सारे विश्व में और हमारे भारत में भी तेजी से बढ़ रही है। डायबिटीज एक खतरनाक बीमारी है। इसकी चपेट में आए व्यक्ति का स्वास्थ्य दिन-प्रतिदिन गिरता जाता है और इस बीमारी की चपेट में हर उस व्यक्ति के आने की संभावना है जो शारीरिक परिश्रम नहीं करता है यानी मेहनत नहीं करता है और आराम की जिंदगी जीता है। गलत तरीके का खान-पान और रहन-सहन इस बीमारी में सहायक होते हैं। इस आलेख में हम डायबिटीज के बारे जानकारी देने के साथ-साथ डायबिटीज के उपचार में अमरूद की भूमिका की चर्चा करेंगे।

डायबिटीज रोगी को बार-बार पेशाब करने के लिए जाना पड़ता है। इस बीमारी से ग्रसित व्यक्ति के खून में शक्कर की मात्रा अधिक हो जाती है। मूत्र के रास्ते में भी शक्कर की मात्रा बढ़ जाती है। मूत्र के रास्ते शक्कर निकलती है और रोगी को बार-बार प्यास लगना, भूख का बढ़ जाना, पैरों में दर्द, सुबह-सुबह जीभ पर गंदगी का होना, अधिक नींद आना डायबिटीज के लक्षण हैं। डायबिटीज को जीवनशैली व खानपान में कुछ बदलाव कर समय रहते कंट्रोल किया जा सकता है।

आपको जानकर हैरानी होगी कि अमरूद व अमरूद की पत्तियां डायबिटीज को कंट्रोल करने में मददगार हैं। अमरुद में पोटेशियम, विटामिन्‍स और एंटीऑक्‍सीडेंट्स से भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो आपके ब्‍लड प्रेशर और ब्‍लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है।

यह दिल और लिवर के लिए भी फायदेमंद है। अमरूद की पत्तियां ब्‍लड शुगर को 10 प्रतिशत कम करने में मदद करती हैं। लेकिन यदि आपको किडनी की गंभीर समस्‍या है, तो आप इसका सेवन न करें क्‍योंकि इसमें हाई पोटेशियम होता है, जो कि आपके लिए नुकसानदाय हो सकता है। आइए हम आपको बताते हैं कि कैसे अमरूद व इसकी पत्तियां ब्‍लड शुगर को कम कर सकती हैं।

1. इसमें लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है

अमरूद व अमरूद की पत्तियां दोनों ही डायबिटीज मैनेजमेंट में मददगार हैं। क्‍योंकि इसमें लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) होता है। जिसका अर्थ है कि यह आसानी से पच जाता है और धीरे-धीरे अवशोषित होता है। जिससे यह ग्लूकोज स्तर में क्रमिक वृद्धि को प्रभावित करता है।

2. पोटैशियम और फाइबर की अधिकता

अमरूद की पत्तियां हाई पोटेशियम से समृद्ध हैं, तो वहीं अमरूद में हाई फाइबर की अच्‍छी मात्रा पाई जाती है, जो ब्‍लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मददगार है। फाइबर को पचने में लंबा समय लगता है, जो यह सुनिश्चित करता है कि यह रक्‍त प्रवाह में जल्दी से जारी न हो।

3. कम मात्रा में कैलोरी

अमरूद में कैलोरी कम मात्रा में होती है, इसलिए यह वजन प्रबंधन में मदद करता है। क्‍योंकि कहीं न कहीं आपका मोटापा भी हाई ब्‍लड शुगर का एक और प्रमुख कारण है। यूनाइटेड स्टेट्स डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर (यूएसडीए) के आंकड़ों के अनुसार, 100 ग्राम अमरूद में सिर्फ 68 कैलोरी और सिर्फ 8.92 ग्राम प्राकृतिक चीनी होती है।

4. उच्‍च पोटैशियम और सोडियम की मात्रा कम

अमरूद में सोडियम की मात्रा कम, जबकि पोटेशियम की मात्रा अधिक होती है। प्रति 100 ग्राम अमरूद व उसकी पत्तियों में 417 मिलीग्राम पोटेशियम होता है, जो ब्‍लड शुगर को कम करने और डायबिटीज को कंट्रोल करने का अच्‍छा विकल्‍प है।

5. विटामिन्स से भरपूर

अमरूद व उसकी पत्तियां जरूरी विटामिन्‍स जैसे कि विटामिन सी का सबसे अच्छा स्रोत है। यह पोषक तत्व शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली के निर्माण में अत्यधिक लाभकारी होता है और डायबिटीज से लड़ने में मदद करता है।

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